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2025 में शिक्षा ऋण लेने से पहले ये 7 बातें जरूर जान लें
2025 के लिए शिक्षा ऋण की योग्यता और प्रक्रिया में काफी बदलाव आए हैं। एसबीआई ने 15 जून, 2025 से अपनी ब्याज दरें 7.50% प्रति वर्ष से शुरू कर दी हैं — यह अभी तक की सबसे कम दरों में से एक है। लेकिन यह दर सिर्फ एक शुरुआत है। अगर आप विदेश जाने वाले हैं, तो प्रोपेल्ड जैसे प्लेटफॉर्म 2 करोड़ रुपये तक का बिना जमानत वाला ऋण दे सकते हैं। लेकिन यहाँ एक बड़ा ट्विस्ट है: जितना ज्यादा ऋण, उतनी ही सख्त जाँच।
कौन ले सकता है शिक्षा ऋण?
अगर आप 16 से 35 साल के बीच हैं और भारतीय नागरिक हैं, तो आप योग्य हैं। एचडीएफसी बैंक और ग्यानधन दोनों ही इसी उम्र सीमा को मानते हैं। लेकिन यहाँ एक बात ध्यान देने वाली है — आपको अभी तक सिर्फ 12वीं पास होना काफी नहीं है। ज्यादातर बैंक 50% या उससे अधिक अंक चाहते हैं। ये नंबर सिर्फ एक फॉर्मलिटी नहीं, बल्कि एक अनुमान है कि आप कोर्स पूरा कर पाएंगे या नहीं।
सबसे जरूरी बात: आपको मान्यता प्राप्त संस्थान में दाखिला मिल चुका होना चाहिए। UGC, AICTE या सरकारी मान्यता वाले कॉलेज या विश्वविद्यालय। अगर आप एक अनजान ऑनलाइन कोर्स के लिए ऋण चाहते हैं, तो बैंक आपको नहीं देगा। यह नियम तब तक नहीं बदलेगा, जब तक कि भारत सरकार ने इसे नए नियमों में शामिल न कर दिया हो।
सह-आवेदक क्यों जरूरी है?
यहाँ कोई छूट नहीं है। एचडीएफसी बैंक और एवांस दोनों लगातार कहते हैं — सह-आवेदक अनिवार्य है। यह आपके माता-पिता, अभिभावक या शादीशुदा साथी हो सकते हैं। लेकिन यहाँ जो बात ज्यादातर लोग नहीं जानते, वह है: सह-आवेदक की आय का विश्लेषण ऋण मंजूरी का सबसे बड़ा फैसला होता है।
अगर आपके पिता सरकारी नौकरी करते हैं, तो उन्हें तीन महीने के वेतन स्लिप, फॉर्म 16 और पिछले दो साल के आयकर बयान देने होंगे। अगर वे खुद के लिए काम करते हैं — डॉक्टर, अकाउंटेंट, या व्यापारी — तो उन्हें बिजनेस प्रूफ, दो साल के आयकर रिटर्न, और छह महीने के बैंक स्टेटमेंट देने होंगे। एक बार ये दस्तावेज आएंगे, तो बैंक अपना रिस्क एनालिसिस शुरू कर देता है।
ऋण की राशि और ब्याज दर: कौन कितना दे रहा है?
अगर आप भारत में पढ़ रहे हैं, तो क्लियरटैक्स के अनुसार अधिकतम ₹50 लाख तक का ऋण मिल सकता है। लेकिन अगर आप अमेरिका, कनाडा या ऑस्ट्रेलिया जा रहे हैं, तो यह सीमा ₹1 करोड़ तक बढ़ जाती है। प्रोपेल्ड तो बिना जमानत के ₹2 करोड़ तक दे रहा है — लेकिन ब्याज दर 10.5% से 12.5% तक है।
ब्याज दरों का फर्क बहुत बड़ा है। एसबीआई की 7.50% दर बहुत आकर्षक है, लेकिन निजी बैंक और फिनटेक कंपनियाँ 14% तक ले सकती हैं। रीजनल रूरल बैंक्स (RRBs) 8.5% से 13.6% के बीच हैं। याद रखें: जितनी कम दर, उतनी ज्यादा जाँच। ब्याज दर आपके कोर्स, संस्थान और सह-आवेदक के क्रेडिट हिस्ट्री पर निर्भर करती है।
दस्तावेज क्या चाहिए?
इसमें शामिल हैं:
- 10वीं, 12वीं और डिग्री के मार्कशीट
- संस्थान का एडमिशन लेटर (अगर आपको अभी तक नहीं मिला, तो ऋण नहीं मिलेगा)
- आधार, पासपोर्ट या ड्राइविंग लाइसेंस (पहचान प्रमाण)
- रेंटल एग्रीमेंट या बिजली बिल (पता प्रमाण)
- सह-आवेदक की आय के प्रमाण — जो भी आपके सह-आवेदक हैं, उनके लिए अलग-अलग दस्तावेज
एक बात जो बहुत कम लोग जानते हैं: बैंक आपके एडमिशन लेटर की पुष्टि करने के लिए संस्थान से सीधे संपर्क कर सकता है। अगर आपने कोई फर्जी लेटर बनाया है, तो यह बहुत जल्दी पकड़ा जा सकता है।
रिपेमेंट और टैक्स लाभ: जानें अपने अधिकार
ऋण की अवधि अधिकतम 15 साल हो सकती है। लेकिन आपको जब तक कोर्स पूरा नहीं हो जाता, तब तक भुगतान करने की जरूरत नहीं है। इसे मोरेटोरियम पीरियड कहते हैं — यह 6 महीने से लेकर एक साल तक हो सकता है। यही वजह है कि कई छात्र अपनी नौकरी शुरू करने के बाद ही भुगतान शुरू करते हैं।
और यहाँ एक बड़ा फायदा: आयकर अधिनियम की धारा 80E के तहत आप ब्याज की राशि को अपने टैक्स से घटा सकते हैं — अधिकतम 8 साल तक। यह न केवल आपके टैक्स बिल को कम करता है, बल्कि आपके ब्याज भुगतान के दबाव को भी कम करता है।
योग्यता बढ़ाने के तरीके: ग्यानधन की सलाह
ग्यानधन ने एक एल्गोरिदम बनाया है जो आपके प्रोफाइल को देखकर बताता है कि आप किस बैंक से कितना ऋण पा सकते हैं। लेकिन इसके अलावा, वे कुछ ऐसी बातें बताते हैं जो आपके ऋण की संभावना को दोगुना कर सकती हैं:
- 12वीं और ग्रेजुएशन में 70% से अधिक अंक
- टॉप रैंकिंग वाले संस्थान में एडमिशन (जैसे IIT, AIIMS, IIM, या विदेशी टॉप 100 यूनिवर्सिटी)
- सह-आवेदक की आय और क्रेडिट हिस्ट्री मजबूत हो
- कोर्स ऐसा हो जिसमें रोजगार की संभावना ज्यादा हो — जैसे डिजिटल मार्केटिंग, एआई, मेडिकल टेक्नोलॉजी
यह नहीं कह रहे कि आपको 90% अंक चाहिए। बल्कि यह कह रहे हैं कि जितना बेहतर आपका प्रोफाइल, उतना कम ब्याज और ज्यादा ऋण।
अगला कदम क्या है?
अगर आप अभी एडमिशन के लिए लड़ रहे हैं, तो अभी से अपने दस्तावेज तैयार करना शुरू कर दें। बैंकों के पास अगस्त तक लाखों आवेदन आते हैं। अगर आप अंतिम समय पर जाएंगे, तो आपका आवेदन धीमा हो जाएगा।
सबसे बड़ी गलती यह है कि लोग सिर्फ ब्याज दर देखते हैं। लेकिन यहाँ जो बात असली है, वह है: आपके सह-आवेदक की आय। अगर वह अच्छी आय कमा रहे हैं और उनका क्रेडिट स्कोर 750+ है, तो आपको 10% से कम दर पर ऋण मिल सकता है — यहाँ तक कि एक विदेशी यूनिवर्सिटी के लिए भी।
एक अंतिम सलाह: अपने बैंक के साथ बात करने से पहले, ग्यानधन की ऑनलाइन एलिजिबिलिटी टूल का इस्तेमाल करें। यह आपको बताएगा कि कौन सा बैंक आपके लिए सबसे अच्छा है — बिना किसी ब्याज के बिना।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
क्या बिना जमानत के शिक्षा ऋण मिल सकता है?
हाँ, बिना जमानत के शिक्षा ऋण मिल सकता है — इन्हें अनसिक्योर्ड लोन कहते हैं। लेकिन यह सिर्फ तभी संभव है जब आपका सह-आवेदक स्थिर आय रखता हो और उसका क्रेडिट स्कोर 750+ हो। प्रोपेल्ड और एवांस जैसे प्लेटफॉर्म ₹1.25 करोड़ तक अनसिक्योर्ड ऋण देते हैं, लेकिन ब्याज दर थोड़ी अधिक होती है।
अगर मेरा सह-आवेदक बेरोजगार है, तो क्या मैं ऋण पा सकता हूँ?
नहीं, लगभग सभी बैंक एक स्थिर आय वाले सह-आवेदक की आवश्यकता रखते हैं। अगर आपके माता-पिता बेरोजगार हैं, तो आप अपने दादा-दादी या भाई-बहन को सह-आवेदक बना सकते हैं — लेकिन उनकी आय और क्रेडिट हिस्ट्री जाँची जाएगी। कोई भी बैंक बिना आय प्रमाण के ऋण नहीं देता।
शिक्षा ऋण के लिए कौन से कोर्स मान्य हैं?
UGC, AICTE, या सरकारी मान्यता प्राप्त संस्थानों द्वारा चलाए जाने वाले ग्रेजुएशन, पोस्टग्रेजुएशन, डिप्लोमा या PhD कोर्स मान्य हैं। ऑनलाइन कोर्स तभी माने जाते हैं जब वे एक मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी के साथ जुड़े हों। जैसे — एक इंडियन यूनिवर्सिटी द्वारा ऑफर किया गया डिजिटल मार्केटिंग डिप्लोमा।
क्या एसबीआई की 7.50% दर सभी के लिए उपलब्ध है?
नहीं, यह दर केवल उन उम्मीदवारों के लिए है जिनका सह-आवेदक का क्रेडिट स्कोर 750+ हो, और वे टॉप रैंकिंग वाले संस्थान में एडमिशन प्राप्त कर चुके हों। अगर आपका सह-आवेदक का स्कोर 680 है, तो आपको 9% से 11% के बीच ब्याज दर मिल सकती है।
शिक्षा ऋण के लिए आयकर लाभ कैसे मिलता है?
धारा 80E के तहत, आप ऋण के ब्याज की राशि को अपनी आय से घटा सकते हैं — अधिकतम 8 साल तक। यह लाभ सिर्फ ब्याज पर लागू होता है, मूल राशि पर नहीं। इसके लिए आपको बैंक से ब्याज प्रमाणपत्र लेना होगा और आयकर रिटर्न में इसे दर्ज करना होगा।
क्या एनएसएफडीसी द्वारा अनुसूचित जाति के छात्रों को अलग ऋण मिलता है?
हाँ, राष्ट्रीय अनुसूचित जाति वित्तीय विकास निगम (NSFDC) अनुसूचित जाति के छात्रों के लिए विशेष शिक्षा ऋण योजनाएँ चलाता है। इनमें ब्याज दरें और भी कम होती हैं, और ब्याज की बकाया राशि को सरकार द्वारा अक्सर सब्सिडी के रूप में भुगतान किया जाता है।