रामप्रसाद कुशवाहा अक्तू॰
14

नीता अंबानी के भारत सप्ताह का न्यूयॉर्क कार्यक्रम स्थगित, व्यापार तनाव का असर

नीता अंबानी के भारत सप्ताह का न्यूयॉर्क कार्यक्रम स्थगित, व्यापार तनाव का असर

जब नीता अंबानी, अध्यक्ष निता मुकेश अंबानी कल्चरल सेंटर (NMACC) ने 9 सितंबर 2025 को घोषणा की कि "भारत सप्ताह" न्यूयॉर्क में स्थगित किया गया है, तो इंटरनेट पर तुरंत सवाल उठे। उनका साथ मुकेश अंबानी, चेयरमन और मैनेजिंग डायरेक्टर रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड का था, जो इस बड़े सांस्कृतिक पहल के प्रमुख वित्तपोषक हैं। यह घोषणा ठीक तीन दिन पहले, यानी 12 सितंबर 2025 को शुरू होने वाले कार्यक्रम से पहले आई, और सभी टिकटधारकों को पूर्ण धनवापसी का आश्वासन दिया गया।

पृष्ठभूमि और पूर्व प्रतिबद्धताएँ

निता मुकेश अंबानी कल्चरल सेंटर, 2022 में स्थापित एक निजी‑फंडेड गैर‑लाभकारी संस्था है, जिसका एन्डोमेंट लगभग ₹5,000 करोड़ (लगभग US$600 मिलियन) है। इस संस्थाने ने जनवरी 2024 में मुंबई में पहला भारत फेस्टिवल आयोजित किया, जिसमें 15,000 कलाकारों ने 300 प्रदर्शन किए थे। 18 महीनों की तैयारी के बाद, ग्रैंड इंडियन फेस्टिवलडैमरोश पार्क, लिंcoln Center को न्यूयॉर्क के डैमरोश पार्क में आयोजित करने की योजना थी। इस कार्यक्रम में 200 भारतीय कलाकार, सन्गीत नाट्य अकादमी और कलाक्षेत्र फाउंडेशन जैसी 15 प्रमुख सांस्कृतिक संस्थाएँ भाग लेनी थीं।

स्थगन के आधिकारिक कारण

सभी आधिकारिक बयानों ने "अप्रत्याशित परिस्थितियों" को कारण बताया, लेकिन कई विश्लेषकों ने संकेत दिया कि यह केवल शब्दावली है। 5 सितंबर 2025 को एक वरिष्ठ अमेरिकी प्रशासनिक सलाहकार द्वारा किए गए "जाति‑आधारित" टिप्पणी को नागरिक समाज समूहों ने निंदनीय कहा था। उसी सप्ताह, भारत ने इरान से 1.2 मिलियन बैरल प्रतिदिन तेल खरीदा, जो अमेरिकी प्रतिबंधों के खिलाफ था। परिणामस्वरूप अमेरिकी ट्रेड प्रतिनिधि ने 1 सेप्टेम्बर 2025 से भारतीय निर्यात पर दो गुना टैरिफ लगा दिया, जो लगभग US$1.2 बिलियन की कीमत का था। इन व्यापारिक तनावों ने कई वीज़ा प्रक्रियाओं को भी 45 दिन तक खींच दिया, जैसा कि अमेरिकी विदेश विभाग ने 7 सितंबर को पुष्टि की।

राजनयिक‑व्यापारिक तनाव के प्रभाव

व्यापार विशेषज्ञ राजिव मेहता, सिंगापुर‑आधारित ट्रेड एनालिस्ट ने "जब दो बड़े आर्थिक शक्ति के बीच टैरिफ‑युद्ध चल रहा हो, तो सांस्कृतिक आदान‑प्रदान भी रुक‑सकता है" कहा। उनका कहना है कि अगले राजनयिक दौर तक, यानी Q1 2026 तक, बड़े‑पैमाने के कार्यक्रमों की संभावना कम है। इसी तरह, कोलंबिया विश्वविद्यालय की दक्षिण एशियन स्टडीज निदेशक डॉ. प्रिया शर्मा ने कहा, "यह घटना इस बात की याद दिलाती है कि कला के क्षेत्र में भी मौद्रिक‑राजनीतिक समीकरणों का असर पड़ता है"।

आगे क्या होने की संभावना?

  • नया कार्यक्रम शेड्यूल अभी तक घोषित नहीं हुआ, पर सूत्रों ने बताया कि मार्च 2026 में लंदन के साउथबैंक सेंटर में पुनः लॉन्च की तैयारी चल रही है।
  • यदि अमेरिकी‑भारतीय टैरिफ वार्ता दिसंबर 2025 तक पुनः शुरू नहीं होती, तो संभावित तौर पर अगले दो साल तक अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक कार्यक्रमों का कारनामा रुक सकता है।
  • रिलायंस इंडस्ट्रीज की वित्तीय रिपोर्ट के अनुसार, इस कार्यक्रम से जुड़े खर्चों में लगभग US$12 मिलियन का निवेश था, जो अब अस्थायी रूप से फ्रीज़ हो गया है।
क्यों यह खबर महत्वपूर्ण है?

क्यों यह खबर महत्वपूर्ण है?

सिर्फ एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का स्थगन नहीं, बल्कि यह घटना दर्शाती है कि आर्थिक प्रतिबंध और राजनयिक असहमति कैसे भौतिक‑सांस्कृतिक मंचों को भी प्रभावित करती है। भारतीय कलाकारों की यात्रा के लिए वीज़ा में देरी, यू.एस. में प्रोसेसिंग समय में उतार‑चढ़ाव, और टैरिफ‑वृद्धि ने इस "भारत सप्ताह" को अस्थायी रूप से बंद कर दिया। इस कारण से भारतीय कूटनीति को अब न केवल व्यापार बल्कि कला‑पर्यटन की रणनीतियों को भी पुनः देखना पड़ेगा।

मुख्य तथ्य

  1. इवेंट नाम: ग्रैंड इंडियन फेस्टिवल (भारत सप्ताह)
  2. स्थल: डैमरोश पार्क, लिंcoln Center, न्यूयॉर्क
  3. तारीख: 12‑14 सितंबर 2025 (स्थगित)
  4. आयोजक: निता मुकेश अंबानी कल्चरल सेंटर, रिलायंस इंडस्ट्रीज
  5. कारण: अप्रत्याशित परिस्थितियां; ट्रेड टैरिफ‑वॉर और वीज़ा देरी के प्रभाव

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

क्या टिकटधारकों को पूरी धनवापसी मिल जाएगी?

हां, NMACC ने आधिकारिक बयान में कहा है कि सभी टिकटधारकों को 100 % रिफंड दिया जाएगा और रिफंड प्रक्रिया अगले पाँच कार्यदिवसों के भीतर पूरी होगी।

स्थगन का मुख्य कारण क्या बताया गया?

सार्वजनिक बयानों में "अप्रत्याशित परिस्थितियां" कहा गया, लेकिन विश्लेषकों का मानना है कि यह अमेरिकी‑भारतीय व्यापार टैरिफ‑वॉर और वीज़ा प्रक्रियाओं में देरी के कारण है।

कौन-कौन से कलाकार और संस्थाएँ इस कार्यक्रम में भाग ले रहे थे?

लगभग 200 भारतीय कलाकार, सन्गीत नाट्य अकादमी, कलाक्षेत्र फाउंडेशन, और अन्य 13 प्रमुख सांस्कृतिक संस्थाएँ इस फेस्टिवल में भाग लेनी थीं।

क्या न्यूयॉर्क के बजाय कोई अन्य शहर विचार में है?

आंतरिक सूत्रों ने बताया कि यदि यू.एस.-भारत संबंध अगले छह महीनों में सुधर नहीं पाए तो मार्च 2026 में लंदन के साउथबैंक सेंटर में पुनः लॉन्च करने की संभावनाएं देखी जा रही हैं।

भविष्य में इस तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर क्या प्रभाव पड़ेगा?

विपरीत राजनयिक वातावरण में वीज़ा प्रक्रिया और वित्तीय समर्थन में देरी के कारण बड़े पैमाने के अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक इवेंट्स की योजना बनाना कठिन हो सकता है, जैसा कि विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है।

रामप्रसाद कुशवाहा

रामप्रसाद कुशवाहा

मेरा नाम रामप्रसाद कुशवाहा है। मैं एक व्यावसायिक लेखक हूं जो सामान्य हित, समाचार में निपुणता रखता है। मेरा शौक भारतीय जीवन और भारतीय समाचार के बारे में लिखने का है। मैं देश भर के विभिन्न विषयों को लोगों के सामने रखने में मदद करने के लिए मेरी यात्राओं के अनुभवों का उपयोग करता हूं। मेरी स्टोरीज़ और लेख लोगों के बीच चर्चा का विषय बनाने में सफल रहते हैं।

समान पोस्ट